ट्रेडिंग या इन्वेस्टिंग दोनो ही एक तरह से निवेश की प्रक्रिया है। इस चीज को समझने के लिए हम एक उदाहरण के तौर पर लेते हैं, कि अगर हम बैंक में खाता खुलवाते हैं, और बैंक में खाता खुलवाने के बाद हम एक निवेश के लिए पैसे को जमा करते हैं।
तो जब भी हम पैसे को जमा करते हैं, तो उसकी एक अवधि है जैसे कि एक महीना दो महीना 6 महीना या 1 साल या 5 साल तक।
इस दौरान हमारा पैसा बैंक में जमा होता है। और जो भी उस पैसे पर ब्याज मिलता है, वह आपके मूलधन के साथ जुड़ता रहता है। फिर जब समय सीमा समाप्त होती है, या आप कहे कि निवेश का समय पूरा हुआ तो आपका निवेश मैच्योर हो जाता है। उसके बाद आप अपना निवेश जिसमें ब्याज सहित मूलधन रहता है वो आपको मिल जाता है। ब्याज एक ऐसी चीज है जो समय के साथ आपके मूलधन में जुड़कर आपके मूलधन में वृद्धि करती है। और समय के साथ पैसे को बढ़ाती है।
अगर इसे सरल भाषा में समझे, तो अगर मेरे पास 1000 रुपए है। और उसे मै 7% के इंटरेस्ट पे 1 साल के लिए बैंक में जमा करता हु, तो मुझे 1 साल के अंत में 1070 रुपए मिलेंगे। जो समान मै 1000 में खरीद लेता था एक साल पहले वो समान अब 1 साल बाद 1070 में खरीद सकता इसमें ये भी ध्यान रखना है, कि समान का दाम साल के अंत तक 7% तक ही बढ़े अगर समान का दाम 10% बढ़ गया तो समान 1100 का मिलेगा और हमारे पास 1070 ही रहेंगे। यहां एक बात ध्यान में रखना है कि हमारा निवेश बढ़ रहा 7% से लेकिन बाजार में चीजों का दाम 10% से बढ़ गया तो इसमें हमारे पैसे का ग्रोथ समय के साथ कम हुआ इसे ही हम इनफ्लेशन या हिंदी में मुद्रास्फीति कहते है।
हमारे पैसे का ग्रोथ समय के साथ तभी होगा जब हम मुद्रास्फीति का जो प्रतिशत है उससे ऊपर ब्याज पाए। आमतौर पे भारत में मुद्रास्फीति दर या इंफ्लेशन रेट 6.2% है। सरकारी आंकड़ों के हिसाब से अगर हम इसे 7 माने तो और भी बेहतर नंबर है।
अब हमें ऐसे जगह निवेश करना है जहां साल का ब्याज 7% से ज्यादा मिले।
बैंक का तो हमने देख लिया कि ये कितना देते है। वैसे तो निवेश के बहुत सारे माध्यम है लेकिन हम यहां शेयर मार्केट या स्टॉक मार्केट से पैसे में निवेश कर पैसे की बढ़ोतरी के बारे में बात करेंगे, क्योंकि यही हमारे स्टॉक जान वेबसाइट का उद्वेश्य है।
लोगों के पास सही जानकारी को पहुंचाना वो भी उनकी अपनी भाषा हिंदी में।
अगर हम केवल 1% प्रतिमाह का ब्याज सोचे और साल का 12% निकलने का सोचे तो बैंक से बहुत अच्छा रिटर्न बना सकते है।
लेकिन आपके मन में ये भी सवाल आ सकता है कि बैंक।में तो पैसे डूबते नहीं स्टॉक में तो डूब जाते है।
आपका यह संशय लाज़मी है ऐसा बहुत बार हुआ भी है।
हम डूबते क्यों है ? कभी सोचा है अपने ? अपनी लालच की वजह से। बिना जानकारी के किसी के कहने पे उल्टे सीधे निवेश करते है।
एक उदाहरण लीजिए अगर मैं कहूं आपसे के 500 का नोट सड़क पे फेक दीजिए। क्या आप फेक देंगे? जवाब दीजिए नहीं ना? तो फिर कोई आपका मित्र कह देता है 50000 का शेयर खरीद लो तो क्यों खरीद लेते बिना जांचे परखे।
अब जानकारी कहा से लाए? उसके लिए हमारी साइट stockgyan.com पढ़िए धीरे धीरे आप जानकर हो जाएंगे।